अगर आपका खाता SBI (State Bank of India), PNB (Punjab National Bank), या BOB (Bank of Baroda) में है, तो यह खबर आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इन बैंकों ने हाल ही में अपने नियमों में कई बड़े बदलाव किए हैं, जो आपके बैंकिंग अनुभव को प्रभावित कर सकते हैं। इन बदलावों का उद्देश्य ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना और बैंकिंग प्रणाली को अधिक सुरक्षित बनाना है।
इन बदलावों में IMPS ट्रांजेक्शन लिमिट, EMI चुकवाने में विफलता पर दंड, और पॉजिटिव पे सिस्टम जैसे महत्वपूर्ण परिवर्तन शामिल हैं। इसके अलावा, ATM ट्रांजेक्शन लिमिट, UPI पेमेंट लिमिट, और चेकबुक और डेबिट कार्ड शुल्क में भी बदलाव किए गए हैं। आइए इन बदलावों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
इन नियमों को समझने से पहले, यह जानना जरूरी है कि ये नियम आपके बैंकिंग कार्यों को कैसे प्रभावित करेंगे।
Banking Rules Update: SBI, PNB, BOB
नीचे दी गई तालिका में इन तीनों बैंकों द्वारा किए गए मुख्य बदलावों का एक विस्तृत विवरण दिया गया है:
Read Also Related Posts
- मार्च में पेट्रोल-डीजल और LPG के दामों में भारी कटौती? सरकार ले सकती है बड़ा फैसला!
- IPL 2025 के नियमों में बदलाव? BCCI ने जारी किए नए निर्देश, जानें पूरा अपडेट!
- 1 अप्रैल से बड़ा बदलाव! 15 साल पुरानी गाड़ियों को नहीं मिलेगा पेट्रोल-डीजल? जानें नया नियम Old Vehicles Petrol Diesel Ban 2025
- Indian Railways: ट्रेन में इस उम्र तक के बच्चे फ्री में कर सकते हैं सफर, जानें कितने साल के बच्चों का लगता है टिकट
- IRCTC का बड़ा ऐलान! 8 अप्रैल से चलेगी 14 अनारक्षित ट्रेनें, देखें पूरी लिस्ट
बैंक का नाममुख्य बदलावSBIIMPS ट्रांजेक्शन लिमिट ₹5 लाख तक बढ़ाई गई। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर कोई शुल्क नहीं।PNBEMI चुकवाने में विफलता पर ₹250 का दंड। नई FD स्कीम्स शुरू की गईं।BOBपॉजिटिव पे सिस्टम लागू किया गया, जिसमें ₹5 लाख से अधिक के चेक के लिए पूर्व अनुमोदन आवश्यक है।सभी बैंकन्यूनतम बैलेंस और ATM ट्रांजेक्शन पर नए शुल्क लागू। UPI पेमेंट लिमिट ₹1.5 लाख कर दी गई।
Also Read
SBI बैंक FD में निवेश करें या नहीं? 2025 में कितना मिलेगा ब्याज? SBI Bank FD Scheme 2025
SBI के बदलाव
SBI ने अपने ग्राहकों के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं:
- IMPS ट्रांजेक्शन लिमिट: SBI ने IMPS ट्रांजेक्शन की सीमा ₹2 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दी है। हालांकि, शाखा के माध्यम से किए गए IMPS ट्रांजेक्शन पर ₹20 प्लस GST का शुल्क लगेगा।
- ऑनलाइन ट्रांजेक्शन: ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर कोई शुल्क नहीं होगा।
- फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम्स: SBI ने लाखपति आरडी और पैट्रन्स एफडी जैसी नई स्कीम्स शुरू की हैं। लाखपति आरडी में ग्राहकों को 3 और 4 साल की अवधि के लिए 6.75% की ब्याज दर मिलेगी, जबकि पैट्रन्स एफडी में सुपर सीनियर सिटीजन को 7.6% तक की ब्याज दर मिलेगी।
PNB के बदलाव
PNB ने भी अपने नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं:
- EMI चुकवाने में विफलता पर दंड: अगर कोई ग्राहक EMI चुकाने में विफल रहता है, तो उसे ₹250 का दंड देना होगा।
- नई FD स्कीम्स: PNB ने 303 दिनों की अवधि के लिए 7% और 506 दिनों की अवधि के लिए 6.7% ब्याज दर वाली नई FD स्कीम्स शुरू की हैं।
BOB के बदलाव
BOB ने भी अपने नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं:
- पॉजिटिव पे सिस्टम: BOB ने चेक क्लियरेंस के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम लागू किया है, जिसमें ₹5 लाख से अधिक के चेक के लिए पूर्व अनुमोदन आवश्यक है। अनुमोदन के बिना चेक वापस कर दिया जाएगा।
- लिक्विड फिक्स्ड डिपॉजिट: BOB ने लिक्विड फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम शुरू की है, जिसमें ग्राहकों को आंशिक निकासी की सुविधा मिलती है और प्रीमेच्योर विदड्रॉल पर कम शुल्क लगता है।
सामान्य बदलाव
इन बैंकों ने कुछ सामान्य बदलाव भी किए हैं जो सभी ग्राहकों पर लागू होते हैं:
- ATM ट्रांजेक्शन लिमिट: अब ग्राहक महीने में केवल तीन बार मुफ्त में ATM से पैसे निकाल सकते हैं। इसके बाद प्रत्येक ट्रांजेक्शन पर ₹20 का शुल्क लगेगा।
- UPI पेमेंट लिमिट: UPI पेमेंट की दैनिक सीमा ₹1.5 लाख कर दी गई है।
- चेकबुक और डेबिट कार्ड शुल्क: 25 पन्नों की चेकबुक के लिए अब ₹150 का शुल्क देना होगा, और डेबिट कार्ड रिन्यूअल शुल्क ₹200 कर दिया गया है।
Also Read
RBI ने जारी की भारत के 3 सबसे सुरक्षित बैंकों की लिस्ट! आपका पैसा कहां है सुरक्षित? RBI Safe Banks List 2025
न्यूनतम बैलेंस और शुल्क
इन बैंकों ने न्यूनतम बैलेंस की सीमा भी बढ़ा दी है:
- ग्रामीण क्षेत्रों में: न्यूनतम बैलेंस ₹500 से बढ़ाकर ₹1,000 कर दिया गया है।
- शहरी क्षेत्रों में: न्यूनतम बैलेंस ₹3,000 से बढ़ाकर ₹5,000 हो गया है।
KYC अपडेट का महत्व
PNB ने अपने ग्राहकों को KYC (Know Your Customer) अपडेट करने का निर्देश दिया है। KYC अपडेट न करने पर खाते पर प्रतिबंध लग सकता है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपकी KYC जानकारी अद्यतित है ताकि आपको किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
बैंकिंग सुरक्षा में सुधार
इन बैंकों द्वारा किए गए बदलावों का उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली को अधिक सुरक्षित बनाना है। पॉजिटिव पे सिस्टम जैसे बदलाव से चेक क्लियरेंस प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ेगी। इसके अलावा, UPI पेमेंट लिमिट को कम करने से ऑनलाइन लेनदेन में सुरक्षा मानकों को मजबूत किया जा सकेगा।
ग्राहकों के लिए सुझाव
इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए, ग्राहकों को कुछ सुझाव दिए जा सकते हैं:
- नियमित रूप से अपने खाते की जांच करें ताकि आप अपने खाते की स्थिति को समझ सकें।
- KYC अपडेट समय पर करें ताकि आपके खाते पर कोई प्रतिबंध न लगे।
- ऑनलाइन ट्रांजेक्शन का उपयोग करें क्योंकि उन पर कोई शुल्क नहीं होता है।
- ATM ट्रांजेक्शन को सीमित रखें ताकि आप शुल्क से बच सकें।
निष्कर्ष
इन बदलावों से यह स्पष्ट है कि बैंकिंग क्षेत्र में सुरक्षा और सुविधा को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। ग्राहकों को इन नियमों का पालन करना और अपने खातों को अद्यतित रखना महत्वपूर्ण है। इससे न केवल आपको बेहतर सेवाएं मिलेंगी, बल्कि आपके खाते भी सुरक्षित रहेंगे।
Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए है और इसमें दी गई जानकारी को विशेषज्ञ सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। बैंकिंग नियमों में बदलाव समय-समय पर होते रहते हैं, इसलिए अपने बैंक से संपर्क करके नवीनतम जानकारी प्राप्त करना उचित होगा।